
हवाओं का रुख बदलने से प्रदेश और कानपुर परिक्षेत्र में निम्न दबाव का क्षेत्र नहीं बन पा रहा है। इससे बादलों का झुंड रुक नहीं रहा जिससे लगातार बारिश नहीं हो पा रही है। स्थानीय स्तर पर बादलों के बनने से खंड-खंड वर्षा हो रही है। कहीं बारिश हो रही है और कहीं धूल उड़ती रहती है।
ऐसी स्थिति अभी बनी रहेगी। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि जलवायु परिवर्तन का असर अब साफ दिखने लगा है। कहीं इकट्ठी बारिश हो जाती है और कहीं बूंद भी नहीं गिर रही। कानपुर परिक्षेत्र में रुक-रुक बारिश होने की स्थिति अभी कुछ दिन बनी रहेगी।
गुरुवार को 14.2 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। हल्की बारिश और माहौल में नमी बने रहने के कारण गुरुवार को अधिकतम और न्यूनतम तापमान सामान्य औसत के लगभग बराबर रहा है। दिन भर उमस भरी गर्मी का माहौल रहा। दिन में शहर के कुछ इलाकों में बारिश हुई और कहीं तेज धूप रही।
तीन दिन तक हल्की बारिश की संभावना
सीएसए के मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले तीन दिनों तक हल्के बादल छाए रहेंगे। गरज-चमक के साथ स्थानीय स्तर पर हल्की बारिश होने के आसार है। वरिष्ठ मौसम विज्ञानी डॉ. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि निम्न दबाव के क्षेत्र का रूट बदल गया है।
मौसम पर दिख रहा है जलवायु परिवर्तन का असर
बंगाल की खाड़ी निम्न दबाव का रूट बिहार होते हुए यूपी में आता था। अब यह ओडिसा और मध्य प्रदेश की तरफ चला गया है। निम्न दबाव का क्षेत्र बनने से ही बादल रुकते हैं और बारिश होती है। निम्न दबाव का क्षेत्र न होने से अब लंबी दूरी तक एक साथ बारिश नहीं हो पा रही है। जलवायु परिवर्तन का असर मौसम पर दिख रहा है।